शनिवार, 20 मार्च 2021

लेख अंधेरे में जलता एक दीया

 अंधेरे में जलता एक दीया

आज कल खबरों में मुंबई पुलिस की कारगुजारियाँ ही छाईं हुई हैं। कितना शर्मनाक है कि अपराधों को रोकने का जिम्मेदार विभाग ही अपराध का सरगना है। हम फिल्मों में पुलिस का ये चेहरा देख विश्वास नहीं करते थें कि ऐसा कहीं हो सकता है। नाहक ही पुलिस वाला गुंडा टाइप मूवी बनती है, ऐसा सोचते थे। व्यक्ति का इस तरह पद, देश का धन और ताकत का दुरुपयोग करने की बात अक्षम्य है।

होने वाला कुछ नहीं है, कुछ दिनों के शोर शराबे के बात सारी दुनिया वैसे ही अपनी धुरी पर घूमती नजर आएगी जैसे पहले।

बुरा करो बुरा होगा

काला धन पचता नहीं या

चोरी का धन मोरी में ये सब महज कहावतें ही बन कर रह गई हैं।

मेरे पति भी काफी ऊंचे पद पर रह चुके हैं और एक ईमानदार व्यक्ति को किन दबावों से गुजरना होता है ये हम जानते हैं। अपने आस-पास के सारे लोग आपको गलत ठहराएंगे, आप कार्यस्थल पर अकेले हो जाएंगे और आपको अछूत व मूर्ख समझा जाएगा। पर जैसे चोर चोरी से न जाए वैसे ही ईमानदार भी अपनी ईमानदारी को ईमानदारी और साहस से निभाता है।

सच बात है, Honesty is a choice.

और हमलोग इसी ईमानदारी के प्रति ईमानदार बने रहें। मुझे सदा से ये महसूस होता था कि बेईमानी का एक भी पैसा हराम होगा। जितनी  है उतना में हम बढ़िया और चैन से बंसी बज सकते हैं जीवन में। बहुत कठिन था कौरवों की उस सेना में अभिमन्यू की तरह लड़ना। कितना दबाव डाला जाता था कि आपके घर से क्या जा रहा जो आप साइन नहीं कर रहे। पर जो काम हुआ ही नहीं उस पर भला कैसे अपनी सहमति दिया जाए। मेरे पति हर दिन उस तनाव का जिक्र मुझसे करते जो उनके चारों ओर घेराबंदी कर रची जा रही थी। पर हम उस प्रेशर से मुक्त थे क्यूंकि मालूम था कि गलत नहीं करना है तो नहीं करना है, जिसको जो करना है कर ले। मुझे आज भी याद है जब एक व्यक्ति रुपयों से भर बैग ले कर घर पर आ गया था और मुझे देख कहने लगा था,

भाभी जी सर को समझाइए न, आपकी तो दो दो बिटियाँ भी हैं।

मैं पानी का ग्लास ले आई थी आगंतुक के लिए, ग्लास पटक हम दोनों ही उस पर चिल्ला उठे थे,

भागों मेरे घर से और आइंदा कभी फिर आए इधर।

उस घटना के बाद मेरे पति का तबादला हो गया और हमने चैन की साँसे भरी। ये बात और है कि ईमानदारी के भी कद्रदान होते हैं और हमें संयोग से मिले भी। मुझे खुशी है कि मेरे पति अभिमन्यु की तरह नहीं बल्कि अर्जुन की तरह उस चक्रव्यूह से निकले।