मंगलवार, 17 जून 2014

निश्चय




निश्चय 

खेत चली जाउंगी ,खलिहान चली जाउंगी ,
तुम कहो तो अम्मा कचरा भी बीन लाऊंगी। 
      पर स्कूल जरूर जाउंगी पढाई पूरी करुँगी,
       अनपढ़ का ठप्पा माथे से अब मिटाउंगी। 
फीस का पैसा मैं खुद ही जुटाऊंगी ,
रोटी नहीं दोगी तो पानी पी कर चली जाउंगी।
       खुद भी पढूंगी और छोटी को पढ़ाउंगी,
       पर स्कूल जरूर जाउंगी पढाई पूरी करुँगी।

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